नेपाल में पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी की मौत: विरोध प्रदर्शनों के बीच बड़ी घटना
सितंबर 11, 2025
नेपाल में पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी की मौत: विरोध प्रदर्शनों के बीच बड़ी घटना
नेपाल इन दिनों लगातार उथल–पुथल से गुजर रहा है। राजधानी काठमांडू और कई अन्य इलाकों में हाल ही में हुए “Gen Z आंदोलन” ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। इसी बीच एक बेहद दुखद घटना सामने आई है – पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार की मौत।
घटना कैसे हुई?
जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने खनाल परिवार के घर को आग के हवाले कर दिया।
उस समय उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार घर के भीतर ही मौजूद थीं।
आग लगने से वे गंभीर रूप से झुलस गईं और तुरंत उन्हें कीर्तिपुर बर्न अस्पताल ले जाया गया।
लेकिन गंभीर हालत के चलते इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
विरोध प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि
नेपाल में पिछले कई दिनों से युवाओं द्वारा “Gen Z आंदोलन” चलाया जा रहा है।
इसका मुख्य कारण है भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और सोशल मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंध।
प्रदर्शन तेजी से हिंसक होते गए और कई जगह सरकारी व नेताओं के घरों को निशाना बनाया गया।
इसी कड़ी में यह घटना घटित हुई।
सरकार और विपक्ष की प्रतिक्रिया
फिलहाल नेपाल सरकार ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
कई राजनीतिक दलों ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि किसी भी लोकतांत्रिक आंदोलन में हिंसा और निर्दोषों की मौत की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
विपक्षी नेताओं ने इसे सरकार की नाकामी करार दिया है और सुरक्षा इंतज़ामों पर सवाल उठाए हैं।
जनता में आक्रोश
यह घटना लोगों को झकझोर देने वाली है।
आम जनता का कहना है कि आंदोलन का मकसद भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ था, लेकिन हिंसा और जानमाल का नुकसान इसे बदनाम कर रहा है।
बहुत से लोग सोशल मीडिया पर लगातार यह मांग कर रहे हैं कि इस तरह की घटनाओं में शामिल लोगों को कड़ी सज़ा मिले।
निष्कर्ष
नेपाल पहले से ही राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है। ऐसे में यह घटना देश को और संकट की ओर धकेल सकती है।
लोगों का कहना है यह आक्रोश 25 ऑनलाइन ऐप को बंद करने पर है। फेसबुक आदि।
लोकतांत्रिक आंदोलनों की पहचान हमेशा शांतिपूर्ण विरोध से होती है, न कि हिंसा और जान लेने वाली घटनाओं से।
यह ज़रूरी है कि सरकार और आंदोलनकारी – दोनों ही संयम बरतें ताकि नेपाल फिर से स्थिरता और शांति की ओर बढ़ सके।
लोगों को समझ में नहीं आ रहा है। जब तक पीएम माफी ना मांग ले।लोगो में ऐसे ही आक्रोश रहेगा।
लोग गवर्मेंट के ऑफिस ओर कार्यालय जला रहे ।
आर्मी ने संभाला पूरा मोर्चा
जब जनता आक्रोश बहुत ज्यादा होगया । की प्रधानमंत्री की वाइफ को भी जला दिया जिंदा।
आर्मी को मैदान में आना पड़ा बंदूक ओर आसू गैस का प्रयोग करना पड़ा।जिसमें काफी लोग को चोट आई।
आर्मी ने नेपाल के पीएम को हेलिकॉप्टर के सहायता से दुबई भेजा।वहां से लोगों का कहना भारत के लिए रवाना होगया। लोगों का कहना भारत ने उन्हें मुंबई बुलाया है। शांति बनाने के लिए भारत बहुत ज्यादा प्रायस कर रही है।
ओर इंडिया के लोगों को के लिए इमर्जेंसी फ्लाइट ओर हेलिकॉप्टर इंतजाम किया है ।
0 टिप्पणियाँ